मैक्सी किसे कहते हैं और यह किस प्रकार के कपड़ों की बनाई जाती है ?
शहरी वातावरण में रहने वाली स्त्रियों और लड़कियां मैक्सी अधिक पसंद करती है। मैक्सी किसे कहते हैं और यह किस प्रकार के कपड़ों की बनाई जाती है ?

मैक्सी किसे कहते हैं और यह किस प्रकार के कपड़ों की बनाई जाती है ?
आजकल खासतौर पर शहर में रहने वाली लड़कियों तथा स्त्रियों को हम अपने घर के आस-पास भी मैक्सी पहने हुए देख सकते हैं। वैसे बाजार आदि में घूमते फिरते भी मैक्सी पहने हुए आप एक आध स्त्री तथा लड़कियों को देखते हैं। यह एक ऐसी पोशाक है जो कि कंधे से लेकर पैर के टखने तक के सभी अंगों को ढक लेती है।
मिक्सी में कमर से ऊपर के भाग में ब्लाउज की तरह की आदि आस्तीन की या पूरी आस्तीन की पोशाक होती है तथा कमर के नीचे अंब्रेला कट फ्रॉक की तरह टखुने तक की लंबाई का घेर होता है। यह सामने या पीठ के भाग में से खुली रहती है।
इसके अतिरिक्त सामने व आस्तीन में झालर या कशीदाकारी का कार्य भी इसमें किया जाता है। पीठ से खुला रहने पर इसमें चैन भी लगाई जाती है। कुछ लोग चैन के स्थान पर हुक या बटन भी लगा देते हैं। मिक्सी में कुछ लोग अंब्रेला घेर न लगा करके घाघरे की तरह की कलियों वाला घेर भी लगा देते हैं।
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मिक्सी साधारणतया पापलीन, रुबिया, कैंब्रिक, पॉलिस्टर टेरीकोट, एवं आजकल जयपुर के सांगानेर और बगरू की छपाई किए हुए कपड़ों की अधिकता से बनाई जाती है। इस सफाई के कपड़े की मैक्सी की विदेशों में बहुत ही अधिक मांग बढ़ रही है और हर वर्ष लाखों रुपयों का माल भारत से निर्यात होता है।
मैक्सी मैं कौन-कौन सी नापें ली जाती है ?
मैक्सी में लंबाई की नाप 140 सेंटीमीटर ली जाती है तथा चोली की लंबाई 44 सेंटीमीटर तथा कंधे की लंबाई 36 सेंटीमीटर और आस्तीन की लंबाई 25 सेंटीमीटर रखी जाती है। जबकि छाती की लंबाई 84 सेंटीमीटर और कमर की लंबाई 70 सेंटीमीटर रखी जाती है।
मैक्सी में पीठ की लंबाई 2 सेंटीमीटर 3 सेंटीमीटर 1 सेंटीमीटर तथा कंधे के गिराओ की लंबाई 3 सेंटीमीटर तथा गोलाई का मिलान किया जाता है।
भारत मैक्सी का निर्यात किन-किन देशों में करता है ?
इंग्लैंड, अमेरिका, जापान, फ्रांस, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, यूक्रेन, रूस, दुबई, बैंकॉक, चीन इत्यादि देशों में भारत मैक्सी का निर्यात करता है।
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भारत में सर्वाधिक प्रसिद्ध मैक्सी कहां की है ?
भारत में बेंगलुरु कर्नाटक तथा राजस्थान की मैक्सी सर्वाधिक प्रसिद्ध है। लेकिन आजकल राजस्थान के सांगानेर तथा बगरु नामक स्थान की मैक्सी सर्वाधिक प्रसिद्ध है इस मैक्सी का प्रचलन भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व में है और यहां से ही सर्वाधिक मैक्सियां विदेशों में निर्यात होने के लिए जाती है।
मैक्सी के निर्माण में किस प्रकार का कपड़ा काम में लिया जाता है ?
मैक्सी के निर्माण में सामान्यतया किसी भी प्रकार का कपड़ा काम में लिया जा सकता है किंतु आजकल मैक्सी बनाने में सूती तथा पॉलिस्टर के कपड़े अलावा पोपलीन का कपड़ा भी काम में लिया जाता है।
मैक्सी कितने प्रकार की होती है ?
मैक्सी कई प्रकार की होती है:-
1. तारों वाली मैक्सी: इसमें मैक्सी के ऊपर प्लास्टिक के तारे लगाए जाते हैं और इसे सुंदर तथा आकर्षक बनाया जाता है। इस पर लगाए गए तारे रात्रि के समय चमकते हैं।
2. फूल पत्ती वाली मैक्सी: इस मैक्सी का प्रचलन अधिक भारत में है इसे छिट की मैक्सी भी कहा जाता है।
3. रंग बिरंगी मैक्सी: इस मैक्सी का निर्माण अनेक प्रकार के कपड़ों को जोड़ करके अलग-अलग रंग करके किया जाता है। इसलिए इसे रंग बिरंगी मैक्सी कहा जाता है।
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4. साधारण मैक्सी: यह पूरी एक रंग से ही बनी हुई होती है और इसको किसी भी अवसर पर आसानी से पहना जा सकता है।
5. बेल बॉटम मैक्सी: इसका उपयोग आजकल ज्यादा होता है और इसका कपड़ा भी मुलायम आता है इसलिए स्त्रियां इसको पहनना ज्यादा पसंद करती है।