सिलाई के उपकरण कौन-कौन से होते हैं ?

सिलाई के उपकरण कौन-कौन से होते हैं ?

सिलाई के उपकरण कौन-कौन से होते हैं ? , सिलाई में काम आने वाले उपकरणों के नाम , कपड़ा काटने में काम आने वाले उपकरण , सूइयां कितने प्रकार की होती है ? , कपड़ों पर चित्र बनाते समय किस की आवश्यकता होती है ?

सिलाई के उपकरण कौन-कौन से होते हैं ?
सिलाई के उपकरण कौन-कौन से होते हैं ?

सिलाई के उपकरण कौन-कौन से होते हैं ?

सिलाई में काम आने वाले उपकरण निम्नानुसार है:

1. कटाई संबंधित एवं उपकरण

कपड़ों की कटाई करते समय निम्नलिखित प्रमुख औजारों एवं उपकरण काम में लिए जाते हैं:

1. कैंचियां: सिलाई कला में साधारणतया चार प्रकार की कैंचियां काम में ली जाती है जो निम्न है:

1. बड़ी कैंची: यह साधारणतया कटिंग मेज पर कपड़ों की कटाई करने में काम में ली जाती है। इसके दोनों हैंडल मुड़े हुए होते हैं। यह 9 नंबर से 12 नंबर तक की होती है। इससे आसानी से मोटे से मोटा कपड़ा काटा जा सकता है।

2. छोटी कैंची: यह कैंची साधारणतया प्रत्येक परिवार में मिलती है। इससे छोटे छोटे कपड़े बड़ी आसानी से काटे जाते हैं और सिलाई करने वालों के पास जेब के मुंह , कुटके लगाने तथा अस्तर आदी काटने में काम में आती है।

3. काज काटने की कैंची: यह कैंची काज काटने के काम में आती है। इसमें एक पेच लगा होता है। इस पेज को घुमा कर आवश्यकता के अनुसार काज का साइज छोटा में बड़ा किया जा सकता है।

4. पिकिंग कैंची: यह कैंची कपड़ों को पिक करने के काम में ली जाती है। इससे कपड़े के किनारे काटे जाते हैं, जिनसे धागे बाहर नहीं निकलते। इसके परे दातेदार होते हैं , जिससे वस्त्र के किनारे त्रिकोण आकार के बनाए जाते हैं।

2. फिता: यह एक मोम-जामे के कपड़े का बना होता है। इस पर एक तरफ इंचो के व दूसरी तरफ सेंटीमीटर के निशान बने होते हैं। इसकी लंबाई लगभग 152 सेमी व चौड़ाई 2 सेमी होती है। इसके एक सिरे पर लगभग 8 सेमी लंबी पीतल या प्लास्टिक की पत्ती लगी होती है। इससे वस्त्रों की नाप ली जाती है।

3. गुनिया: यह लोहे या लकड़ी का बना हुआ एक उपकरण होता है। इसके दोनों ओर इंचों या सेंटीमीटर के निशान बने होते हैं। इससे कपड़ों को सीधा किया जाता है। इसके सहारे से सीधी रेखा व लंबाकार रेखाएं डाली जाती है। यह अंग्रेजी के L की तरह होता है। वस्त्रों की कटाई करते समय अधिकतर लकड़ी का बना हुआ गुनिया ही काम में आता है, क्योंकि इससे आसानी से उठाया व रखा जा सकता है।

4. टेलर चाक: यह खड़िया मिट्टी का बना होता है। इससे कपड़े पर चित्र बनाए जाते हैं। यह साधारणतया पांच रंगों (लाल, पीला, काला, सफेद, नीला) में मिलता है। कपड़े से विपरीत रंग का चाक काम में लेने से ही पोशाक के लिए चित्र अच्छी तरह से बनता है। तथा इसके किनारे बहुत बारीक होते हैं।

5. कटिंग मेज: सिलाई संस्थानों में कपड़ा काटने के लिए कटिंग मेज होती है, जिस पर कटिंग करने वाला व्यक्ति खड़ा-खड़ा ही कपड़ा काटता है। इसकी ऊंचाई कटिंग करने वाले व्यक्ति की कमर तक होती है। इसकी लंबाई व चौड़ाई क्रमश: 1.30 सेंटीमीटर तथा 2.30 सेंटीमीटर के लगभग होती है। कुछ लोग बैठकर कपड़ा काटते हैं उस समय पार्टी का प्रयोग किया जाता है।

यह भी पढ़ें सिलाई मशीन का आविष्कार कब और किसने किया था ?

सिलाई संबंधित अन्य औजार एवं उपकरण

1. सूइयां

2. मशीन की सूइयां

3. हाथ की सूइयां

4. धागा

5.मिल्टन क्लॉथ

6.पाटा

7.सफेद चाक

8. कोयले वाली इस्त्री

9. डुप्लेक्स बोर्ड

10.स्लीव बोर्ड

11.डमी

12.हैगर

13. फ्रेंच कर्व

14. बिजली से गर्म की जाने वाली लोहे की इस्त्री

15. कांच का दर्पण

16. घुटना गद्दी

17. प्रेस क्लॉथ

18. लोहे की स्त्री

19. मार्किंग हील

20. ट्रेसिंग हील

Leave a Comment