सिलाई से संबंधित पारिभाषिक शब्द

सिलाई से संबंधित पारिभाषिक शब्द

सिलाई का कार्य करने वालों को कुछ ऐसे नाम भी याद रखने के लिए जो कि इस कला से संबंध रखते हैं। इसलिए जानिए सिलाई से संबंधित पारिभाषिक शब्द तथा स्टैण्ड और फाल किसे कहते हैं ? तथा प्लेट और कट में क्या क्या अंतर है ? एवं श्रिंक व ट्रायल का वर्णन

सिलाई से संबंधित पारिभाषिक शब्द
सिलाई से संबंधित पारिभाषिक शब्द

सिलाई से संबंधित पारिभाषिक शब्द

सिलाई से संबंधित पारिभाषिक शब्द निम्नलिखित है:

1. सीम: एक अथवा दो वस्तुओं को जोड़ने वाली दर्ज को सीम करते हैं।

2. मिल्टन क्लॉथ: यह एक ऊनी मोटा कपड़ा होता है जिस पर विद्यार्थी या टेलरिंग का काम सीखने वाले, वस्त्र के फुल साइज का ड्राफ्ट बनाकर सीखते हैं। फिर ब्रूश द्वारा चित्र को साफ कर दिया जाता है।

3.कीज: किसी भी कपड़े पर प्रेस द्वारा जो लाइन डालते हैं उसको कीज कहते हैं। यह पेंट के सामने, कोट के आस्तीन, शर्ट के सामने आदि जगह पर डाली जाती है।

4. ट्राइंगिल स्केल: यह एक पैमाना होता है जिसके दोनों तरफ इंचों व सेंटीमीटर के निशान बने होते हैं। यह कागज, प्लास्टिक तथा पीतल का बना होता है। इस पर 1=6, 1=5, 1=8, 1=9 सेंटीमीटर का पैमाना बना होता है। इससे विद्यार्थी आसानी से फाइल में चित्र बना लेते हैं।

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5. डार्ट: वस्त्र बनाते समय पैंट, कोट, ब्लाउज आदी 1, 2 या 3 सेंटीमीटर कपड़े को दबाने को डार्ट कहते हैं। यह 10 सेंटीमीटर या 15 सेंटीमीटर तक होती है। इससे वस्त्र शरीर पर फिट हो जाता है और कपड़े की शेप अच्छी तरह से दिखाई देती है।

6. कर्व: फाइल में ड्रॉप्ट बनाते समय छोटा मोड या बड़ा मोड देना हो तो वह इस कर्व की सहायता से दिया जाता है। यह प्लास्टिक का बना होता है जिसमें सभी प्रकार के कर्व होते हैं।

7. प्लेट: दो या चार सेंटीमीटर कपड़े को दबाने को प्लेट कहते हैं। पेंट के सामने, स्कर्ट के घेर, में लहंगे व पेटीकोट के कमर पर प्लेट डाले जाते हैं।

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8. कट: कपड़े में कैंची की नोक से काटने को कट या कुटका कहते हैं जिससे यह मालूम हो जाता है कि यहां से प्लेट अथवा डार्ट डालनी है।

9. स्टैंड: काॅलर के नीचे जो पट्टी लगती है उसको स्टैंड कहते हैं। यह काॅलर को खड़ा रखती है। यह कमीज, ब्रुश शर्ट के टेनिस काॅलर के नीचे लगाई जाती है।

10. फाल: काॅलर में 2 भाग होते हैं, नीचे वाला तथा ऊपर वाला। ऊपर वाला भाग नीचे वाले भाग के सहारे गले के चारों ओर झूलता रहता है, इसे फाल कहते हैं।

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11.सेस्त: रीड की हड्डी के ऊपर के छल्ले से लेकर नाभि के ठीक पीछे वाले गड्ढे तक की नाप को सेस्त कहते हैं। यह कोट ओवरकोट आदि वस्त्र बनाते समय ली जाती है।

12.श्रिंक: कपड़ा सिकोड़ने को श्रिंक करना कहते हैं।

13. ट्रायल: किसी भी पोशाक को कच्चा तैयार करके, मनुष्य को पहनाना और यह देखना कि कोई गलती तो नहीं है, ट्रायल कहलाता है।

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