वस्त्रों की मरम्मत किस प्रकार की जाती है ?

वस्त्रों की मरम्मत किस प्रकार की जाती है ?

जब कोई वस्तु किसी कारणवश फट जाता है तो उसकी मरम्मत की जाती है। जानिए वस्त्रों की मरम्मत किस प्रकार की जाती है ? व पैबन्द क्यों और किस प्रकार लगाया जाता है ? तथा रफू क्यों किया जाता है ? और रफू करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

वस्त्रों की मरम्मत किस प्रकार की जाती है ?
वस्त्रों की मरम्मत किस प्रकार की जाती है ?

वस्त्रों की मरम्मत किस प्रकार की जाती है ?

जब कोई भी वस्त्र फट जाता है या जल जाता है तो उस वस्त्र के स्थान पर दूसरा कपड़ा लगाकर या टांका लगाकर या रफू करके उस वस्त्र की मरम्मत की जाती है। अगर कपड़ा बिल्कुल सीधा फटा है और सामने दिखाई देने वाले स्थान पर नहीं है तो ऐसी जगह में सीधा टांका हाथ की सिलाई से या मशीन की सिलाई से लगाकर मरम्मत कर दी जाती है। जिससे वस्त्र पहनने योग्य हो जाता है और बहुत जल्दी खराब नहीं होता है।

पैबन्द क्यों और किस प्रकार लगाया जाता है ?

जब कभी वस्त्र फट जाता है और जल जाता है, तो उस स्थान पर दूसरा कपड़ा लगाते हैं उसे पैबन्द लगाना कहते हैं।

पैबन्द लगाते समय ध्यान देने योग्य बातें

1. जिस वस्त्र के पैबन्द लगाना हो, वहां पर उसी रंग का कपड़ा प्रयोग में लेना चाहिए।

2. पैबन्द एक ही दिशा में लगाना चाहिए। सीधी और आडे़ कपड़े का ध्यान रखना चाहिए।

3. वस्त्र जहां से फटा हुआ है, उसको देखना चाहिए कि वह कितनी दूर तक घिसा हुआ है या फटा हुआ है। उससे कुछ बड़ा कपड़ा काटकर पैबन्द लगाना चाहिए।

4. पैबन्द या तो आयताकार हो या वर्गाकार हो अथवा वृत्ताकार होना चाहिए।

5. यदि पैबन्द के पास सिलाई या तुरफन आई हुई है तो उसको बढ़ाकर लगाना चाहिए। इससे वस्त्र की खूबसूरती बढ़ जाती है।

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रफू क्यों किया जाता है ?

जब कोई कीमती अथवा मूल्यवान वस्त्र फट जाता है अथवा उस वस्त्र में छेद हो जाता है अन्यथा वस्त्र को कोई जानवर काट देता है तो उस स्थान को धागों द्वारा हाथ से अथवा मशीन से भरने तथा सही करने के लिए रफू किया जाता है।

रफू करते समय ध्यान देने योग्य बातें

1. जिस स्थान पर रफू करना हो, उस स्थान को देखना चाहिए कि वह स्थान कितना है। यदि 5 से.मी से बड़ा हो तो उसके नीचे वैसा ही कपड़ा लगाकर रफू कर देना चाहिए ताकि वह कमजोर ना हो सके।

2. जिस रंग का कपड़ा हो, ठीक वैसे ही धागा प्रयोग में रफू करते समय लेना चाहिए ताकि वस्त्र खराब नहीं दिखे।

3. रफू पूरा करना चाहिए, छेद जरा सा भी नहीं रहना चाहिए। जब रफू कर चुके तो प्रेस से दबाकर उसे ठीक कर देना चाहिए।

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4. रफू करते समय अगर वैसा धागा नहीं मिली तो कपड़े में से आधे में खड़े तार निकालकर आड़े की ओर आडे़ तथा खड़े की ओर खड़े तार कपड़े की बुनाई के अनुसार भरने चाहिए, इससे कपड़ा कटा हुआ या फटा हुआ दिखाई नहीं देता है।

रफू मशीन से करना चाहिए या हाथ से ?

रफू करने के लिए तो सर्वोत्तम मशीन होती है लेकिन यदि मशीन प्रयोग लेने में कोई व्यक्ति असक्षम होता है तो ऐसे व्यक्ति को हाथ से भी रफू कर लेना चाहिए।

रफू करते समय किस रंग का धागा प्रयोग में लेना चाहिए ?

रफू करते समय वस्त्र जिस रंग का होता है उसी रंग का धागा प्रयोग में लेना चाहिए क्योंकि यदि दूसरे रंग का धागा प्रयोग में लेते हैं तो इससे कपड़ा भद्दा और बुरा दिखने लगता है।

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कपड़े पर रफू किस दिशा में करना चाहिए ?

कपड़े पर रफू हमेशा उस दिशा में करना चाहिए जिस दिशा की ओर से कपड़ा ज्यादा फटता है और जलता है। क्योंकि यदि विपरीत दिशा की ओर रफू करते हैं तो कपड़ा ठीक नहीं हो पाता है।

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